Friday, April 30, 2010

मेरे बुकमार्क्स

  • गूगल ने १७ लिपियों का ध्वन्यात्मक लिपि परिवर्तक जारी किया है। इस के जरिए आप गुरुमुखी में लिखी उर्दू की नज़्म देवनागरी में पढ़ सकते हैं. भई कमाल हो गया. वरना हम तो किसी को दावत देने वाले थे कि आ जाओ और हमें नोशी गिलानी की ग़ज़ल पढ़वा जाओ.

  • हिंदी में लिखने का आसान तरीका. वैसे तरीके तो कई हैं, लेकिन सब में कुछ न कुछ कमी है. कि लिखना चाहो तो की लिख जाता है. इसमें ऐसी कोई खामी नहीं है.

  • अब आप कुछ लिख रहे हैं और वर्तनी की शंका है तो क्या करेंगे? शब्दकोष खंगालेगे? यह लीजिए आसान तरीका. अगर गुगल हर शब्द का अंग्रेज़ी में अनुवाद दे सकता है तो वर्तनी सही है. और अगर नहीं दे सकता तो इसका मतलब यह नहीं कि वर्तनी गलत है. अब आप इसे शब्दकोष में खोजिए या फिर इंटरनेट पर.

  • जनसत्ता का ताज़ा अखबार. बिल्कुल वैसा, जैसा कि घर पर आता था:

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